गौरव गाथा

गौरव गाथा

विद्यालय में छब्ब् (नेशनल कैडिट कोर) संगठन के तहत दिनांक 13 अगस्त 1960 से छात्रों को सैन्य प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रारम्भ में विद्यालय में एक कम्पनी से शुरूआत हुई। जिसका दायित्य विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता श्री नवीन चन्द जैन को सौंपा गया। श्री जैन ने छब्ब् का कमीशन प्राप्त कर छात्र सैनिकों को अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य महानुभावों के सहयोग से तथा कमान अधिकारियों के निर्देशन में कुशल प्रशिक्षण प्रदान किये तथा छात्रों को अनेक शिविरों में, प्रतियोगिताओं में, प्रतिभाग हेतु प्रोत्साहित कर अनेक उपलब्धियाँ हासिल कराई। लगभग एक दशक के अन्तराल के बाद विद्यालय में दो कम्पनियाँ कार्यरत हुई और दूसरी कम्पनी का भार विद्यालय के वाणिज्य प्रवक्ता श्री राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल को सौंपा गया जो सन् 1971 में 56वें प्री कमीशन कोर्स को करके वे अधिकारी बने। श्री राजेन्द्र प्रसाद की उच्च शिक्षा में किशारी रमन महाविद्यालय में नियुक्ति हो जाने के कारण यह स्थान रिक्त हो गया। 

श्री एन.सी. जैन साहब एन.सी.सी के मेजर के रैंक पर पदोन्नत हो चुके थे ओर एन.सी.सी की सेवा 50 वर्ष की आयु पूरी करके 1979 में छब्ब् से अवकाश ग्रहण किया अनके स्थान पर विद्यालय के सैन्य विज्ञान प्रवक्ता श्री विनोद कुमार श्रीवास्तव का चयन हुआ उन्होने मार्च 1996 तक दूसरी उप इकाई का कार्यभार ग्रहण कर मेजर चतुर्भुज अग्रवाल के नेतृत्व में करते रहे।

वर्तमान में विद्यालय मे 2 प्लाटून कार्य रहे हैं, जिसका नेतृत्व केयर टैकर आफीसर प्रवक्ता हिन्दी श्री नूतन कुमार कर रहे हैं।